भारतीय समाज में रोजगार की अभावना युवाओं की एक महत्त्वपूर्ण समस्या बन चुकी है। युवाओं के बढ़ते आंकड़े और अवसरों की कमी ने इस मुद्दे को और भी गंभीर बना दिया है। भारतीय नौजवानों की उम्मीदें और अभियान्त्रिकी क्षमताओं को सही रास्ते पर दिशा मिलने की जरूरत है, ताकि वे समृद्धि और स्वावलंबन की ओर बढ़ सकें।
रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए, सरकारों को नयी नीतियों का अनुशासन करने की आवश्यकता है। युवाओं को उच्च शैक्षणिक योग्यता, तकनीकी ज्ञान, और कौशलों का प्रशिक्षण देने के लिए उन्नत शिक्षा व्यवस्था को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। साथ ही, उद्यमिता और उद्योग को सरकारी समर्थन और अनुदान प्रदान करना चाहिए ताकि युवाओं के लिए नए कार्यों और व्यावसायिक अवसर बढ़ सकें।
विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में, कृषि और उद्योगों में नवाचारों और नए क्षेत्रों का प्रोत्साहन करना चाहिए ताकि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़े। सरकारी योजनाओं और नीतियों के माध्यम से युवाओं को स्वतंत्र और सामर्थ्यपूर्ण बनाने के लिए समर्थन और मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जाना चाहिए।
युवाओं को सशक्त करने और उन्हें रोजगार के अवसरों से जोड़ने के लिए समाज, सरकार, और व्यवसायी सभी को मिलकर काम करना होगा। इस प्रकार, सामाजिक और आर्थिक दृष्टिकोण से लाखों युवाओं को रोजगार देना बिहार के विकास की मुख्य दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।